पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाला HAL कर्मचारी गिरफ्तार, भारतीय लड़ाकू जेट विमानों के बारे में आईएसआई को जानकारी मुहैया करा रहा था
एटीएस ने एचएएल कर्मचारी को पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस को विमान की जानकारी देने के लिए गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने आज हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के एक कर्मचारी को नासिक में HAL की ओझर यूनिट (Ojhar unit) के पास आईएसआई हैंडलर को तेजस सहित कई हवाई जहाजों की जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया।
सूत्रों के अनुसार, सरकारी स्वामित्व वाली एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी के 41 वर्षीय कर्मचारी, ISI के साथ जानकारी साझा कर रहा था। भारतीय लड़ाकू विमान और उनके संवेदनशील विवरण, एचएएल से जुड़ी जानकारी के साथ, ओझर यूनिट (Ojhar unit) और इसकी इकाई निर्माण इकाई के अंदर प्रतिबंधित क्षेत्रों की जानकारी वह ISI को दे रहा था।
एचएएल के प्रवक्ता, गोपाल सुतार ने कहा कि - अभी उस कर्मचारी से पूछताछ हो रही है, इसलिए हम इस पर अभी कोई टिप्पणी नही कर सकते।
एटीएस के अनुसार, उसकी नाशिक इकाई ने उक्त एचएएल कर्मचारी को गिरफ्तार किया, वह निरंतर पूछताछ के दौरान टूट गया और इसके बारे में खुलासा किया कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के साथ लगातार संपर्क में था और भारतीय लड़ाकू विमानों के बारे में गुप्त सूचना और उनके संवेदनशील विवरणों की जानकारी दे रहा था।
ATS ने उस कर्मचारी को Official Secrets Act, 1923 की धारा 3, 4 और 5 के तहत गिरफ़्तार करके FIR दर्ज कर ली है। आरोपी के पास से पांच सिम कार्ड और दो मेमोरी कार्ड के साथ तीन मोबाइल हैंडसेट जब्त किए गए हैं। एटीएस ने कहा - उन्हें जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) भेजा जा रहा है। उन्हें अदालत के समक्ष पेश किया गया और दस दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
HAL तेजस के अलावा, SU-30 एयरक्रॉफ्ट बनाती है। इसके अलावा, नाशिक इकाई मिग 21 और SU-30 विमानों को ओवरहाल करने में लगी हुई है।
महाराष्ट्र एटीएस की नाशिक इकाई को भारतीय लड़ाकू विमान और HAL की नाशिक यूनिट की गुप्त सूचना ISI को देने के बारे में की ख़ुफ़िया जानकारी मिली थी।
गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया है कि वह आईएसआई के लगातार संपर्क में था और अपने एजेंटों को HAL की सीक्रेट जानकारी मुहैया करा रहा था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "राज्य आतंकवाद निरोधी दस्ते की नाशिक इकाई को उस आदमी के बारे में विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली, जो आईएसआई के लगातार संपर्क में था।"
नासिक के ओझर में एचएएल और इसकी विमान निर्माण इकाई के बारे में संवेदनशील विवरण से संबंधित जानकारी ISI को दी जा रही थी। आरोपी ने निर्माण इकाई के अंदर एयरबेस और निषिद्ध क्षेत्रों के बारे में पाकिस्तानी एजेंसी को जानकारी दी।
आरोपी को पकड़ने के लिए ऑपरेशन का नेतृत्व देवेन भारती, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, एटीएस - डीआईजी जयंत नाइकनवरे, एसपी रविंद्रसिंह परदेशी, डीसीपी विनयकुमार राठौड़ और अन्य ने किया था।
एचएएल की नासिक विमान यूनिट, जिसे मिग-21 विमान और के-13 मिसाइलों के लाइसेंस उत्पादन के लिए 1964 में स्थापित किया गया था, यह मिग-21 एम, मिग-21 बीआईएस, मिग-27 एम जैसे अन्य मिग वेरिएंट और और Su-30 MKI फाइटर जेट के निर्माण में भी शामिल रहा है।
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